
- विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने किया सोनासांवरी-खेडा ओवर ब्रिज का निरीक्षण
- ब्रिज कांट्रेक्टर के मैनेजर और लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर्स भी रहे मौजूद
- विधायक को इंजीनियर्स ने बताया तीसरी भुजा कैंसिल नहीं हुई, लेकिन हमें अभी तक डिजाइन और अनुमति नहीं मिली है
- विधायक डॉ शर्मा ने कहा कि पुरानी डिजाइन पर ही बनवाएंगे ब्रिज, नई डिजाइन जो रेलवे लाइन के पास से निकाली थी, उसे मैनिट ने गलत माना
इटारसी। मप्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष व विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने आज ग्रामीणों व कार्यकर्ताओं के साथ देर शाम सोनासांवरी-खेडा रेल ओवर ब्रिज का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर्स और ब्रिज का निर्माण कार्य कर रहे कांटेक्टर के मैनेजर से चर्चा की। उन्होंने पूछा कि न्यास कॉलोनी की तरफ जाने वाले तीसरी भुजा क्यों नहीं बन रही और कारण क्या है। इस पर इंजीनियर्स ने उन्हें नई व पुरानी दोनों डिजाइन बताई साथ ही कहा कि दोनों में तीसरी भुजा तो है लेकिन अभी उनके पास सिर्फ सीधा ब्रिज बनाने की अनुमति और डिजाइन मिली है। इसलिए न्यास कॉलोनी की तरफ ब्रिज नहीं उतार रहे हैं। विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने कहा कि नई डिजाइन को मैनिट ने खारिज करते हुए उसे तकनीकि रुप से गलत बताया है, ब्रिज पुरानी डिजाइन पर ही बनेगा। साथ ही विधायक डॉ शर्मा ने मौजूद ग्रामीणों व कार्यकर्ताओं से पूछा कि आगे क्या करना चाहिए। इस पर ग्रामीणों ने कहा कि ब्रिज पेट्रोल पंप के सामने से ही बने साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि ब्रिज यदि थोडा और लंबा करते हुए नाले के ऊपर से जगदंबा मैरिज गार्डन तक चला जाएगा तो बरसात में नाले पर बाढ की समस्या से भी निजात मिल जाएगी। कार्यकर्ताओं ने भी कहा कि अभी ब्रिज का निर्माण कार्य रुकवा दें जब तब तीसरी भुजा निर्माण का काम शुरु न हो तब तक ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ न होने दें। निरीक्षण के दौरान विधायक डॉ शर्मा के अलावा नगरपालिका अध्यक्ष पंकज चौरे, जनपद अध्यक्ष भूपेंद्र चौकसे, विधायक प्रतिनिधि जगदीश मालवीय, टीटू सलूजा, दीपक अठौत्रा, डॉ नीरज जैन, भाजपा पिछडा वर्ग मोर्चा जिला अध्यक्ष जयकिशोर चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता मनीष ठाकुर, भाजपा पुरानी इटारसी मंडल अध्यक्ष मयंक मेहतो, नगर मंडल अध्यक्ष राहुल चौरे, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष गोकुल पटेल, विधायक प्रतिनिधि देवेंद्र पटेल, विजय चौरे सहित अन्य मौजूद थे।
पुरानी डिजाइन इस तरह है जिसमें विधायक सहमत-
पुरानी इटारसी न्यास कॉलोनी-सोनासांवरी ग्राम की रोड पर से होकर नाला के पुल तक ब्रिज की तीसरी भुजा उतरने की है।
नई डिजाइन इस तरह थी, जिससे विधायक असहमत-
नई डिजाइन इस तरह है कि यहां बन रही एक कॉलोनी की पीछे और रेलवे लाइन के साइड से उसे उतारा गया है और एल आकार में नाले के पुल तक लाया गया है। विधायक इससे असहमत है, उनका कहना है कि यह गलत है, इससे जनता को कोई फायदा नहीं होगा।
मैनिट ने भी गलत मानी डिजाइन-
विधायक डॉ शर्मा की आपत्ति के बाद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने तकनीकि रुप से नई डिजाइन पर उनका अभिमत मांगा था, जिस पर मैनिट ने इसे गलत डिजाइन बताते हुए बहुत सी ऐसी चीजें लिखी हैं जिससे नई डिजाइन बनाने वाले इंजीनियर्स पर भी कार्रवाई हो सकती है।
इनका कहना है
आज हमनें निर्माणाधीन ब्रिज का निरीक्षण किया और लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर्स व कांटेक्टर के मैनेजर से चर्चा की। हमनें उनसे कह दिया है कि आपके अधिकारियों से कह दें कि तीसरी भुजा तो पुरानी डिजाइन से ही बनाना पडेगा। अभी हम लोक निर्माण विभाग के मंत्री महोदय से भी बात करेंगे और सहमति बनाएंगे। नहीं तो पब्लिक डिमांड के आधार पर तीसरी भुजा बनवाने के लिए काम करेंगे।
डॉ सीतासरन शर्मा, नर्मदापुरम विधायक व मप्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष