
सिटी हेराल्ड, नर्मदापुरम। बुधवार का दिन जिले के डोंगरवाड़ा गांव के लिए ऐतिहासिक बन गया। प्रभु जगन्नाथ के आगमन की प्रसन्नता का ज्वार ऐसा था कि संभाले नहीं सम्भल रहा था। ग्रामीणों ने पूरे गांव की गलियों को गाय के गोबर से लीपा। घर में बंदनवार बांधे, घर के सामने रंगोली और मांडने बनाए। प्रभु के आगमन के उत्साह में दिन और रात का भान ही नहीं रहा। बालिकाएं, महिलाएं और बुजुर्ग महिलाएं पूरी रात सजावट के काम में लगी रही। सुबह हुई तो सोलह श्रृंगार करके भगवान की कलश यात्रा में सम्मिलित होने के किए मंदिर प्रांगण में उपस्थित थीं।
शोभायात्रा प्रारंभ हुई तो नन्ही बालिकाओं से लेकर वृद्धाएं भी थिरक उठी। सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे घर राम आए हैं। भजन आज डोंगरवाड़ा में पूरी तरह सार्थक हो उठा।
कलश यात्रा में मंदिर के ठाकुर राजा, समिति के दिव्यजीत राय, जितेंद्र जामलिया, प्रमोद शर्मा, अमित माहेश्वरी विप्रगण के साथ सबसे आगे चल रहे थे। उसके बाद गांव की महिलाएं मंगलगान करते हुए सिर पर कलश रखकर चल रही थी। जिन महिलाओं ने कलश नहीं लिया था वे प्रसन्नता से थिरक उठी, पूरी यात्रा में न तो उनके पैर रुके और न ही वे थकी। उनके चेहरे उत्साह और प्रसन्नता से झलक रहे थे।
यात्रा का समापन मां नर्मदा के तट पर हुआ। यहां मां नर्मदा की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद सभी श्रद्धालु मंदिर परिसर पहुंचे और आगे की पूजा प्रारंभ हुई।