
जनहित में… बच्ची से बलात्कार करना तो बेहद शर्मनाक है लेकिन अभिभावकों को भी सोचना होगा कि छोटे बच्चों को हास्टल में क्यों भेज रहे हैं… आज शहर प्रतिष्ठित समाचार पत्र के पहले पन्ने पर हास्टल में 08 साल की बच्ची से दुष्कर्म की खबर छपी। इसमें आरोपी वार्डन और दो अन्य हैं।
खबर ने सबको अंदर तक झंकझोर दिया। बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल भी खडे हुए। सिटी हेराल्ड भी इस दुष्कर्म के मामले में आरोपियों को मृत्यु तक जेल में रहने की सजा देने की मांग माननीय न्यायालय से करता है। सिटी हेराल्ड की पूरी संवेदनाएं पीडित बच्ची और उसके परिवार के साथ है, लेकिन यहां हमारा मानना यह है कि इतनी कम उम्र के बच्चों को पढाई के लिए दूसरे शहर भेजना, हास्टल में रखकर पढाई करवाना भी गलत है।
सिटी हेराल्ड का अभिभावकों से कहना है कि बच्चों पर पढाई के लिए अतिरिक्त दबाव न डाले। साथ ही माननीय न्यायालय से निम्न मुददों पर कठोर कानून बनाने की मांग करता है। 1. 14 वर्ष तक के छोटे बच्चों को होस्टल में रहकर पढाई कराने पर प्रतिबंधित लगाए। 2. यदि कोई अभिभावक ऐसा करते हैं तो उनको सजा का प्रावधान हो। 3. इस तरह के होस्टल व स्कूल को मान्यता नहीं मिले। संपादक मंगेश यादव
आज शहर प्रतिष्ठित समाचार पत्र के पहले पन्ने पर हास्टल में 08 साल की बच्ची से दुष्कर्म की खबर छपी। इसमें आरोपी वार्डन और दो अन्य हैं। खबर ने सबको अंदर तक झंकझोर दिया। बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल भी खडे हुए।
सिटी हेराल्ड भी इस दुष्कर्म के मामले में आरोपियों को मृत्यु तक जेल में रहने की सजा देने की मांग माननीय न्यायालय से करता है। सिटी हेराल्ड की पूरी संवेदनाएं पीडित बच्ची और उसके परिवार के साथ है, लेकिन यहां हमारा मानना यह है कि इतनी कम उम्र के बच्चों को पढाई के लिए दूसरे शहर भेजना, हास्टल में रखकर पढाई करवाना भी गलत है। सिटी हेराल्ड का अभिभावकों से कहना है कि बच्चों पर पढाई के लिए अतिरिक्त दबाव न डाले।
साथ ही माननीय न्यायालय से निम्न मुददों पर कठोर कानून बनाने की मांग करता है।
1. 14 वर्ष तक के छोटे बच्चों को होस्टल में रहकर पढाई कराने पर प्रतिबंधित लगाए।
2. यदि कोई अभिभावक ऐसा करते हैं तो उनको सजा का प्रावधान हो।
3. इस तरह के होस्टल व स्कूल को मान्यता नहीं मिले।संपादक
मंगेश यादव