
सिटी हेराल्ड। मध्यप्रदेश
बाकई में एमपी अजब और गजब है। मप्र सरकार ने तो इसे पहले ही भांप लिया था, इसलिए प्रदेश पर्यटन को बढावा देने वाले विज्ञापन में यह स्लोगन डाला गया था। अभी प्रदेश में एक अनोखा पोस्टर चर्चा में आया. पोस्टर पर लिखा था- ‘दिन दहाड़े इंग्लिश बोलना सीखें’ और नीचे ठेके की ओर का रास्ता दिखाते हुए ‘ठेका’ लिखा था. अब इस मामले पर कार्रवाई हुई है.
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में उस पोस्टर को लेकर कार्रवाई की गई है, जिस पर ‘दिनदहाड़े अंग्रेजी बोलना सीखें’ लिखा था. और नीचे शराब की दुकान यानी ठेके का रास्ता दिखाया गया था. हाल ही में ये पोस्टर सामने आया था.
पोस्टर जब सामने आया तो इस पर बहस छिड़ गई थी. स्थानीय लोगों और कई स्टूडेंट्स का कहना था कि अंग्रेजी बोलना सीखने के नाम पर ये पोस्टर भ्रमित करने वाला है. छात्रों ने कहा कि ऐसा लगता है कि इस पोस्टर से ये संदेश दिए जाने की कोशिश की जा रही है कि शराब पीने के बाद बेबाक इंग्लिश बोली जा सकती है. ऐसे पोस्टर को देखकर छात्रों पर गलत असर पड़ेगा.
न्यूज वेबसाइट द लल्ल्नटॉप में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों ने कहा कि पहली नज़र में ये पोस्टर इंग्लिश बोलना सीखाने वाले कोचिंग सेंटर का विज्ञापन लगता है, लेकिन ये ठेके का रास्ता बताता है. ऐसा पोस्टर लगाना शिक्षा के साथ भद्दा मजाक है. वहीं जब इस शराब की दुकान पर काम करने वाले लोगों से इस पोस्टर के बारे में पूछा गया कि ये किसने लगाया, तो किसी ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया. इस तरह का पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई थी.
एक स्थानीय कॉलेज के छात्र सिद्धार्थ कुमार ने पोस्टर की आलोचना करते हुए मांग की थी,
“हम चाहते हैं कि प्रशासन पता लगाए कि ये पोस्टर किसने लगाया है और उस व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. पोस्टर को तुरंत हटा दिया जाना चाहिए.”
जब बुरहानपुर की कलेक्टर भव्या मित्तल को इस तरह के पोस्टर की जानकारी दी गई, तब उन्होंने आबकारी अधिकारी के जरिए कार्रवाई करने की बात कही थी. उन्होंने आबकारी विभाग को इस पोस्टर को हटाने और ऐसा पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.
अब इस पूरे मामले पर एक्शन लिया गया है. जिला आबकारी अधिकारी वीरेंद्र धाकड़ को दिए गए निर्देश के बाद संबंधित शराब ठेकेदार पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है.