
- भोले की भक्ति में होती है शक्ति’, पंडित मधुसूदन महाराज बोले- भगवान शिव की आराधना करने वाला कभी दुखी नहीं रहता
- सनखेडा के हनुमान धाम वाटिका में चल रहे शिव महापुराण में मधुसूदन महाराज ने कहा जिस तरह स्वच्छ पानी पीते हैं, उसी तरह गुरु भी अच्छी तरह परख कर बनाएं
सिटी हेराल्ड, इटारसी। ग्राम सनखेडा के हनुमानधाम वाटिका में आयोजित हो रहे शिव महापुराण कथा के तृतीय दिवस पशुपतिनाथ धाम इटारसी वाले महाराज कथावाचक पंडित मधुसूदन महाराज ने कहा कि ‘भोले की भक्ति में शक्ति होती है। महाराज बोले, भगवान शिव की आराधना करने वाला कभी दुखी नहीं रहता। मधुसूदन महाराज ने कहा जिस तरह पानी पीने के लिए उसकी स्वच्छता देखते हैं उसी तरह अपने जीवन में गुरु और संत भी अच्छी तरह परख कर बनाएं।
मधुसूदन महाराज ने कहा आज कल हिंदू संतों पर विधर्मीयों द्वारा कुछ भी बोल देने का फैशन चल पडा है, लेकिन यह अन्य धर्मों के संतो पर बोलने की हिम्मत नहीं कर पाते, यदि यह ऐसा कर लें तो दूसरे ही दिन इनको पता चला जाएगा कि क्यों बोला।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि सनातन धर्म में बुरे संत नहीं हुए, लेकिन सभी एक जैसे नहीं होते। इसलिए सभी का उपहास नहीं बनाना चाहिए। रविवार को हनुमान धाम वाटिका कथा स्थल सनखेडा में कथा को सुनने के लिए हजारों की तादात में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मुख्य यजमान आयोजक परिवार साई डीजे परिवार सनखेडा, लक्ष्मीनारायण चौरे, श्रीमती किरण चौरे, शिवनारायण चौरे, श्रीमती राजमणी चौरे, रुपेश चौरे, श्रीमती अनुराधा चौरे, शेखर चौरे व समस्त बडकुर परिवार ने महाराज का भव्य स्वागत किया गया। शिव पुराण की कथा सनखेडा में 12 दिसम्बर तक आयोजित होगी। सनखेडा में शिव महापुराण की कथा स्व प्रेमदास बडकुर, स्व श्रीमती रामबाई बडकुर की स्मृति में दोपहर 1 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित हो रही है।
महाराज ने कहा मंत्र, संत और भगवत की कृपा हो-
शिव महापुराण की कथा में मधुसूदन महाराज ने श्रद्धालुओं को कहा कि शिव महापुराण में वर्णन है कि सदकर्म करने के लिए आप पर मंत्र, संत और भगवत की होनी चाहिए। जिससे आप पर भगवान की विशेष कृपा होगी। कथा के तीसरे दिन उन्होंने भक्तों को कहा कि इंसान कभी भी खराब नहीं होता उसका समय खराब होता है इसलिए समय को समझें और ऐसे समय को निकलने दें। यह एक समय चक्र होता है, जो हर इंसान की जिंदगी में आता है इसलिए ऐसे खराब समय में विवेक से कार्य करें।